
Patna: 176 करोड़ की लागत से 191 हेक्टेयर में बना राजगीर जू सफारी दो पहाड़ियों के गोद में है। दक्षिण तरफ स्वर्ण गिरी तो वहीं उत्तर की तरफ वैभार गिरि पर्वत से घिरा है। राजगीर देश का पहला ऐसा जू सफारी है, जहां पांच तरह के वन्य प्राणी आपको विचरण करते हुए दिखाई देंगे। राजगीर जू सफारी में शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू और हिरण के लिए अलग-अलग सफारी बनाईं गई हैं । अपने अपने सफारी में ये जानवर विचरण करते आपको नजर आएंगे। है।
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इस जू सफारी का 25-25 हेक्टेयर क्षेत्र शेर, बाघ, तेंदुआ व भालू के लिए रिजर्व किया गया है। शेरों को खास तौर पर गुजरात के जूनागढ़ से लाया गया है । कुछ ही दिनों बाद दर्शक यहां शेरों को खुले में टहलते देख सकेंगे। एक-एक जोड़ा बाघ, तेंदुआ भालू भी सफारी में छोड़ा गया है। भविष्य में इन जानवरों की संख्या और भी बढ़ेगी । इसके अलावा 30 हेक्टेयर क्षेत्र में हिरण की कई प्रजातियां आपको विचरण करते नजर आएंगी। इस ज़ू सफारी में फिलहाल सात शेर, दो बाघ,दो तेंदुआ, दो भालू व दो सौ हिरण हैं। जू सफारी के अंदर ऊंचे टावर भी बनाए गए हैं । इन पर चढ़कर प्रकृति को निहारने का नजारा ही कुछ और होगा। वैभार गिरि की दो चोटियों के बीच 200 फीट ऊंचाई पर 85 फीट लंबा और पांच फीट चौड़ा ग्लास ब्रिज है। इसके जरिए पहाड़ियों का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है। इसके कैम्पस के दो भवनों में म्यूजियम, बटरफ्लाई पार्क, एम्फीथियेटर, बर्ड एवियरी, ऑडिटोरियम, ओरिएंटल सेंटर भी बनाये गये हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से प्रवेश द्वार पर दो-दो गेट बनाए गए हैं। इंट्रेंस प्लाजा में प्रवेश टिकट लेने के बाद पर्यटक सफारी प्लाजा में जाएंगे, वहां से वातानुकूलित बड़े ग्लास वाले वाहनों में बैठकर सैर करने का मौका मिलेगा।