
भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई ‘अग्निपथ’ स्कीम का देशभर में जबरदस्त विरोध हो रहा है. खासकर बिहार में इसका असर ज्यादा है. इसी बीच रविवार को तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. ‘अग्निपथ’ स्कीम पर आशंकाओं का जवाब देने तीनों सेना के अधिकारी आगे आए. हालांकि उग्र प्रदर्शन के बावजूद केन्द्र सरकार 24 जून से अग्निवीरों की भर्ती प्रकिया शुरू करने जा रही है. सेना की ओर से हिंसा करने वालों को चेतावनी दी गई है कि अगर उनके खिलाफ FIR दर्ज होती है तो वह अग्निवीर नहीं बन सकेंगे.
DMA के एडिशनल सेक्रेटरी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि जब अभ्यर्थी आवेदन करेंगे, तो उन्हें यह उल्लेख करना होगा कि वह अग्निपथ योजना के विरोध के दौरान हिंसा और तोड़फोड़ करने वालों में शामिल नहीं थे. लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि इस योजना पर पिछले दो साल से काम चल रहा था. इसकी हर बारीकी पर ध्यान दिया गया. हमने योजना में आयु सीमा 2 साल इसलिए बढ़ाई है क्योंकि युवाओं का दर्द समझा गया. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हम यंग आर्मी चाहते हैं. ये योजना अब वापस नहीं होगी.
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि जहां तक सुविधा की बात है कि सामान्य जवानों की तरह ही तरह अग्निवीरों को भी सुविधाए मिलेगी. उन्होंने कहा कि 30 साल से जवानों की उम्र को कम करने पर विचार चल रहा था. वहीं दो साल पहले ही अग्निवीर योजना तैयार की गई थी. पर कोरोना की वजह से सेना की भर्ती रोक दी गई थी. सेना में जवान सेवा की भावना से आतें हैं और यहां की सेवा नौकरी नहीं है. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवीरों के लिए उम्र साढे 17 साल से 21 साल के बीच रहेगी. वहीं इस साल अधिकतम उम्र में 2 साल की छूट दी जाएगी.
अनिल पुरी ने कहा कि इन अग्निवीरों की होने वाली इनकम टैक्स फ्री रहेगी और बीमा के लिए किसी तरह का कंट्रीब्यूशन नहीं देना होगा और सेवा के दौरान शहीद होने पर लगभग 1 करोड़ का बीमा की राशी परिवार वालों को मिलेगी. जबकि अभी सभी जवानों को अपना कंट्रीब्यूशन देना पड़ता है. यहां 10वीं पास युवा आएंगे. उन्हें 12वीं का सर्टिफिकेट भी मिलेगा. अग्निवीरों को साल में 30 दिन की छुट्टी मिलेगी. मेडिकल सेवा यूनिफार्म अलाउंस,आज के जवानों के अपेक्षा ज्यादा अलाउंस मिलेगा.
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि योजना पर जो लोग सवाल उठा रहे हैं कि अग्रिवीर 4 साल बाद क्या करेंगे, तो हम साफ करना चाहते हैं कि हमारे देश की 85 इंडस्ट्री ने कहा है कि वह अग्निवीरों को लेना चाहते हैं, लेकिन ये रातों-रात संभव नहीं है. अगर हम इंडस्ट्रियलिस्ट को इस योजना के बारे में पहले ही सब बता देते तो फिर उनके भी सवाल होते कि इन अग्निवीरों की क्या क्षमता होगी, प्रक्रिया का क्या बेस होगा, तो फिर इसमें भी काफी समय लग जाता, जो कि संभव नहीं था. वहीं वायु सेना के कार्मिक प्रभारी एयर मार्शल सूरज झा ने बताया कि अब सारी रिक्रूटमेंट सिर्फ अग्निवीर के जरिए ही होगी. उम्र सीमा बढ़ा दी गई है, जो एलिजिबल हैं, उन्हें फिर से अप्लाई करना होगा. 2 साल की लंबी अवधि है, ऐसे में उन सब की फिर से स्क्रीनिंग होगी, इसके बाद ही उनका एयरफोर्स में चयन किया जाएगा.
एयरफोर्स की वेबसाइट पर अपलोड की जानकारी के अनुसार अग्निवीरों को सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफार्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी मिलेगी. ये सुविधाएं एक रेगुलर सैनिक को मिलती हैं. वहीं अग्निवीरों को सेवा काल के दौरान ट्रैवल एलाउंस भी मिलेगा. इसके अलावा उन्हें साल में 30 दिन की छुट्टी मिलेगी. उनके लिए मेडिकल लीव की व्यवस्था अलग है