
जमुई की सीमा कृत्रिम पैर लग जाने से अब स्कूल बुलंद हौसले के साथ जा रही है। जमुई DM की ओर से दी गई डिजिटल स्लेट के साथ अपनी पढ़ाई कर रही है।कृत्रिम पैर लग जाने के कारण अब हर दिन स्कूल जा रही है। सीमा एक दो दिनों में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भारत सरकार की पहल से ट्रेनिंग के लिए कानपुर जा रही है, जिससे सीमा अपने कृत्रिम पैर से सही तरह से चल सके,दौड़ सके इस के लिए ट्रेनिंग दिया जाएगा। जिसके लिए सीमा को 10 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। सीमा नक्सल प्रभावित इलाका खैरा प्रखंड के फतेहपुर की है
दो साल पहले एक एक्सीडेंट में अपने एक पैर को गंवा देने के बाद भी 1 किलोमीटर एक पैर से चल कर स्कूल जाने की खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था। जिला प्रशासन की टीम सीमा के घर पहुंचकर हर संभव मदद करने का भरोसा दिया था। इसके बाद जमुई DM अवनीश कुमार सिंह के द्वारा सीमा को कृत्रिम पैर लगवाया गया। साथ ही ट्राईसाइकिल ओर पढ़ने लिखने के लिए ढेर सारी किताबें दी गई।
सीमा बताती हैं कि पैर नही लगने से पूर्व में स्कूल आने में बहुत परेशानी होती थी।लेकिन अब पैर लग जाने के बाद विद्यालय आने में कोई परेशानी नहीं होती है और अब पढ़ाई करने में भी मन लगता है। सीमा के शिक्षक गौतम गुप्ता ने बताया की जमुई DM अवनीश कुमार के द्वारा दो दिन पूर्व सीमा को पढ़ने के लिए डिजिटल स्लेट दिया गया और बताया गया कि जल्द ही सीमा को ट्रेनिंग के लिए कानपुर भेजा जाएगा।
टीचर गौतम गुप्ता ने बताया कि सीमा को कानपुर जाने की बात को लेकर भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम लिमिटेड भारत सरकार के वरिष्ठ प्रबंधक अनुपम प्रकाश और सहायक प्रबंधक अंजनी सिन्हा ने मुलाकात कर सीमा को कानपुर ले जाने के सारी जानकारी दी।वही सीमा के माता-पिता कानपुर जाने की बात को लेकर बहुत खुश है।सीमा के पिता खिरण मांझी ने कहा जमुई DM साहब ने सूचना दिए है कि सीमा को ट्रेनिग के लिए कानपुर बहुत जल्द भेजा जाएगा