
पटना में लगभग 30 हजार से अधिक लोगों ने अपनी यात्रा कैंसिल कर दी है। ये साइड इफैक्ट है बीते तीन दिनों से चल रहे छात्रों के उग्र प्रदर्शन का। दरअसल, सेना भर्ती में केंद्र की अग्निपथ स्कीम को लेकर पूरे बिहार में तीनों दिनों से उग्र प्रदर्शन हो रहा है। इस दौरान 10 ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया। कई रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ हुई। बसों में भी आग लगाई गई।
रेलवे को निशाना बनाए जाने के बाद शनिवार को पटना के साथ ही नई दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल, पटना, दानापुर, पाटलिपुत्रा, राजेंद्र नगर टर्मिनल, समस्तीपुर, गया, रांची और हावड़ा से खुलने वाली कुल 241 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। जबकि, पूर्व मध्य रेलवे के तहत चलने वाली 69 पैसेंजर ट्रेनों को भी आज कैंसिल किया गया है।
हिसंक प्रदर्शन से डरे लोगों ने अपना टूर कैंसिल करना शुरू कर दिया है। जबकि जून में बच्चों के स्कूल खुलने के साथ कोचिंग सेंटरों में एडमिशन को लेकर कई लोगों ने बिहार से कोटा और दूसरे राज्यों में जाने की तैयारी कर रखी थी। आंदोलन ने 30 हजार से अधिक लोगों की यात्रा पर रोक लगा दी है। यह आंकड़ा पटना में टूर एंड ट्रैवल्स से जुड़ी एजेंसियों के हैं। इतना ही नहीं इसका बड़ा साइड इफेक्ट्स पेट्रोल पंपों पर पड़ने वाला है जहां वह ड्राई होने के कगार पर हैं.
पटना के श्री टूर एंड ट्रवेल्स के श्री जायसवाल का कहना है कि मई और जून तो सीजन होता है। टूर पर जाने के लिए जून में लोग अच्छी खासी बुकिंग पहले से कराए रहते हैं। बच्चों को इधर-उधर स्कूलों में जाना होता है। गार्जियंस भी ऑटिंग के बाद वापस आते हैं, लेकिन छात्रों का आंदोलन ऐसे समय पर हुआ कि लोगों अपनी टिकट कैंसिल करानी पड़ी है। अधिक संख्या में लोगों ने राजस्थान, उत्तराखंड और अन्य राज्यों में यात्रा का प्लान कर रखा था, लेकिन आंदोलन के कारण यात्रा को स्थगित करना पड़ा है।
श्री के मुताबिक पटना से यात्रा करने या फिर बाहर से पटना आने वाले 30 हजार से अधिक लोगों ने 3 दिनों में अपनी टिकट कैंसिल कराई है। कई ऐसे भी लोग हैं जो अपनी यात्रा 10 से 15 दिन आगे बढ़ा दिए हैं