
एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति चुन ली गईं हैं. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को भारी अंतर से हराया है. सत्तापक्ष और तमाम गैर-एनडीए दलों के अलावा विपक्षी दलों के 17 सांसदों और 126 विधायकों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोटिंग किया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का दावा है कि बिहार के भी आठ विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में क्रॉस-वोट किया. आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी स्वीकार किया कि कुछ लोगों ने क्रॉस-वोट किया. ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव में बिहार से क्रॉस वोटिंग के सवाल पर जेडीयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में इंतजार करना ठीक रहेगा.
राष्ट्रपति चुनाव में बिहार से क्रॉस वोटिंग के सवाल पर जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि कौन संपर्क में है, क्या संख्या है, ये सार्वजनिक करना ठीक नही है, कुछ मामलों में इंतजार करना ठीक रहेगा. वहीं विपक्ष के विधायक क्या एनडीए के संपर्क में है. इस सवाल पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि कुछ बातें ऐसी होती है जिसको सार्वजानिक कर देने से नुकसान होता है. कौन संपर्क में है, कितनी संख्या है, नहीं है. इसको सार्वजानिक करना मुनासिब तो नहीं है. कुछ चीजों के लिए इंतजार करना चाहिए.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग को लेकर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि जो खबर आ रही है विपक्ष का कुछ वोट एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को गया है. पता लगाया जा रहा है कि ये कौन लोग है जिन्होंने उन्हें वोट दिया है. वहीं द्रौपदी मुर्मू की जीत पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में एक ख़ुशी की बात यह है कि 8 से ज्यादा विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट देने का काम किया. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 133 वोट मिले, 125 हमारे पास क्षमता थी. 26वां वोट सुभाष सिंह नहीं आ पाए थे. वहीं दो वोट रिजेक्ट हुए हैं. उसके बाद भी हमें 133 वोट मिलना यह बताता है कि हमारे विरोधी दल में भी ऐसे बहुत सारे हैं जो विरोधी दल के कार्य से बिल्कुल संतुष्ट नहीं है.