breaking news

फैयाज अहमद ने बताया लालू यादव क्यों भेजे राज्यसभा, नामांकन के बाद बोले सबकुछ

आरजेडी से राज्यसभा प्रत्याशी लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती और फैयाज अहमद ने राज्यसभा के लिए नामांकन किया. आरजेडी के दोनों उम्मीदवार बिहार विधानसभा पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया. इस मौके पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव समेत पूरा लालू परिवार मौजूद रहा. नामांकन का पर्चा भरने के बाद फैयाज अहमद ने बताया कि लालू यादव ने उन्हें क्यों RJD से राज्यसभा प्रत्याशी बनाया.

आरजेडी से राज्यसभा प्रत्याशी फैयाज अहमद ने कहा कि हम 10 साल विधायक भी रहे हैं. हम 10 साल विधायक रहे तो कितना दिन पटना में रहे. उन्होंने कहा कि हम तो पूरा क्षेत्र में रहे, गांव में रहे, गरीब गुरबा के साथ जुड़े हुए रहे. इसलिए हमको चुना गया है. फैयाज अहमद ने कहा कि हम लालू यादव जी, तेजस्वी यादव और पार्टी के प्रति पूरे वफादार हैं और हम वफादारी करेंगे. उन्होंने जो मुझे चुना है उनके भरोसे पर खरा उतरने करने की कोशिश करेंगे.

इससे पहले आरजेडी उम्मीदवार के नामांकन में राजनेताओं की भारी भीड़ देखने को मिली. नामांकन में शामिल होने के लिए लालू यादव, मीसा भारती और तेजप्रताप एक ही गाड़ी से बिहार विधानसभा पहुंचे थे.
आरजेडी उम्मीदवार मीसा भारती और फैयाज अहमद ने विधानसभा के सचिव शैलेन्द्र सिंह के चेंबर में राज्यसभा के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है. आरजेडी प्रत्याशियों का नामांकन तीन सेट में किया गया है. लालू यादव काफी समय बिहार विधानसभा पहुंचे थे. इस मौके पर आरजेडी नेताओं के अलावे वामपंथी पार्टी के विधायक भी पहुंचे थे.

आरजेडी से राज्यसभा प्रत्‍याशी फैयाज अहमद मधुबनी के बिस्फी से पूर्व विधायक रहे हैं. उन्होंने साल 2005 में राजनीति में एंट्री ली थी. 2020 के विधान सभा चुनाव में फैयाज अहमद को बीजेपी के हरिभूषण ठाकुर बचौल से हार मिली थी. इसके पहले फैयाज अहमद साल 2010 व 2015 के विधानसभा चुनाव में लगातार दो बार जीते थे. वह शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं. आरजेडी फैयाज अहमद को राज्यसभा भेजकर मुसलमानों के बीच संदेश देना चाहता है.

बता दें कि बिहार की 5 राज्यसभा सीटों के लिए 24 मई से नामांकन की प्रकिया शुरू हो गई है. उम्मीदवार 31 मई तक नामांकन कर सकेंगे. वहीं 1 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि उम्मीदवार 3 जून तक नाम वापस ले सकते हैं. विधानसभा सीटों की संख्या के आधार पर इन पांच सीटों में से 2 सीट बीजेपी और 2 सीट आरजेडी को जबकि एक सीट जेडीयू के खाते में जाना लगभग तय है. अगर पांच से ज्यादा उम्मीदवार चुनाव में खड़े होते हैं तो फिर 10 जून को मतदान होगा और अगर पांच उम्मीदवार ही नामांकन करते हैं तो मतदान की जरूरत नहीं पड़गी. बिहार की जिन पांच राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं, उनके सदस्यों का कार्यकाल 7 जुलाई को खत्म हो रहा है. जिसमें केंद्रीय मंत्री और जदयू नेता आरसीपी सिंह, आरजेडी की मीसा भारती, भाजपा के गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दुबे के साथ-साथ शरद यादव की सीट शामिल है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button