
जमुई(Bihar) के सिमुलतला स्टेशन के समीप बिजली की तारों से आग लग गई। आग ट्रैक पर पूरी तरह फैल गया था। इस बीच एक तेज रफ्तार ट्रेन उस आग के बीच से निकल गई। आग की लपटे इतनी तेज थी कि इसे एक किलोमिटर दूर से देखा जा सकता है।
शुक्रवार 3 नवंबर: बिहार के जमुई में एक बड़ा रेल हादसा टल गया। घटना हावड़ा किऊल मेन लाइन के सिमुलतला स्टेशन के समीप की है। रेलवे ओवरहेड वायर में आग लग गई। आग लगने की वजह से तार टूटकर पटरी पर गिर गए। पटरी पर जलती तार गिरने से आग की लपटे और तेज हो गईं। आग की लपटे इतनी तेज थी कि इसे एक किलोमिटर दूर से देखा जा सकता था। ग्रामीणों ने आग की लपटे देखी तो फौरन वो पटरी की तरफ दौड़े। दूर से तेज रफ्तार आती ट्रेन को रोकने के लिए ग्रामीणों ने आवाज लगाई। ट्रेन की रफतार ज्यादा होने के कारण ट्रेन आग के बीच से गुजर गई। हलांकि ड्रायवर थोड़ी दूर जाकर ट्रेन रोकने में सफल हो गया।
बाल-बाल बचे 1500 यात्री!
जो ट्रेन हादसे का शिकार होते-होते बची उसका नाम पुरी-जयनगर एक्सप्रेस था। इस ट्रेन में कुल 18 कोच थे। इन कोच में 1500 लोग सवार थे। लेकिन इस घटना में सभी यात्री सुरक्षित हैं। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में ग्रामीण मदद के लिए ट्रैक के किनारे खड़े हो गए थे। ट्रेन जैसे हीं रूकी सभी यात्री सुरक्षित ट्रेन से बाहर निकल आए। इस घटना के कारण 6 घंटे रेल सेवा बाधित रही। छह घंटें बाद बड़ी मेहनत से ट्रेन सेवा फिर से बहाल हो गई। लंबे समय तक ट्रेन रूकने से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।