मुजफ्फरपुर के औराई के बभनगामवां पश्चिमी के निवासी जफर की जान इस पेड़ ने बचा ली. शुक्रवार को भारी बारिश व बाढ़ की वजह से उसका मकान िगरने लगा. भागो-भागो की आवाज सुन जफर आलम पेड़ पर चढ़ गया, जो बाढ़ से िघरा था. जैसे ही वह घर से निकला, उसका घर आवाज के साथ जमींदोज हो गया. बाद में ग्रामीणों ने नाव से उसे सुरक्षित निकाला. जफर के घर के सभी लोग बांध पर शरण लिये हुए हैं.
सीतामढ़ी : बागमती व लालबकेया लाल निशान के पार
पश्चिम चंपारण : गंडक, हरहा सिकरहना, ओरिया का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
बेतिया : कलेक्ट्रेट समेत कई सरकारी कार्यालयों में घुसा पानी
पूर्वी चंपारण: दुघौरा नदी का बांध तीन जगह टूटा
मधुबनी : झंझारपुर में कमला नदी खतरे के निशान ऊपर
नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही बारिश से नदियों में उफान आ गया है. बागमती जहां कटौझा में लाल निशान के पार चली गयी है वहीं लखनदेई और अधवारा समूह की नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ने लगा है. गंडक के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 50 सेंमी की वृद्धि हुई है. बागमती का जलस्तर एक मीटर से अधिक बढ़ने से औराई व कटरा के दो दर्जन से अधिक पंचायतें बाढ़ से घिर गयी हैं. सबसे खराब स्थिति बागमती बांध के अंदर के गांव की है. वहां खेत डूबने से पहले लोगों के घरों में पानी घुस गया है. एसडीआरएफ मोटर बोट सेे लोगों ऊंचे स्थान पर ले जा रही है. सीतामढ़ी में बागमती, लालबकेया सहित अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. शुक्रवार की सुबह बाहा नदी का पानी मेजरगंज प्रखंड के मजकोठवा में प्रवेश कर गया. सुरसंड के श्रीखंडी भिट्ठा में रातो नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है.