Bihar

7 जन्म के रिश्ते को किया 7 साल में ख़तम, बिहार में अकेली पड़ी हरियाणा की बेटी

THE INDIA TOP सेंट्रल डेस्क : हरियाणा से बिहार आकर एक महीने से दर दर भटकने को मजबूर है बबली। दरअसल दरभंगा के बेला के रहने वाले अमृतेश मोहन गुड़गांव में रहकर फैशन डिजाइनिंग की तैयारी करते थे।और जॉब भी करते थे। इसी दौरान उसकी मुलाकात हरियाणा मूल की रहने वाली बबली से हुई। धीरे-धीरे बबली और अमृतेश के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी और दोनों के बीच प्यार हो गया। वर्ष 2013 में अमृतेश और बबली ने एम मंदिर में जाकर शादी कर ली। और पति-पत्नी की तरह रहने लगे। हालांकि इस शादी से बबली के घरवाले काफ़ी नाराज थे | उन लोगों ने बबली नाता तोड़ लिया। जबकि अमृतेश के घरवालों को उसकी शादी की कोई भनक तक नही थी।
शादी के बाद दोनों गुड़गांव में ही एक किराए के मकान में रहने लगे और दोनों वहीं जॉब करने लगे। इस दौरान अमृतेश कई बार अपने घर भी आया लेकिन बबली को साथ नही लाता था। बबली कई बार उसे अपने साथ ले जाने की जिद्द करती पर अमृतेश कोई न कोई बहाना बनाकर टाल देता।
वर्ष 2020 में बबली को एक बेटा हुआ। उसके बाद वो अमृतेश के घर जाने की जिद्द पर अड़ गई। मजबूरन अमृतेश बबली को लेकर अपने घर दरभंगा पहुंचा। अमृतेश के साथ बबली को देख उसके घरवाले चौंक गए। अमृतेश के घरवाले किसी भी सूरत में बबली को अपनाने को तैयार नही थे। हालांकि बबली और अमृतेश ने अंतर जातीय विवाह किया था। बबली अति पिछड़ी जाती से आती है और अमृतेश सामान्य जाती है। इसको लेकर अमृतेश के घरवाले खासे नाराज थे और उसका ताना भी बबली को देते थे। किसी तरह कुछ दिन बबली अपने ससुराल में रही फिर उसके ससुरालियों ने उसे वापस गुड़गांव भेज दिया।
गुड़गांव जाने के बाद बबली ने अपने पति अमृतेश को कई गुड़गांव बुलाया पर वह गुड़गांव नही गया । धीरे-धीरे अमृतेश बबली से दूरी बढ़ाने लगा। पिछले महीने बबली को पता चला कि अमृतेश ने दूसरी शादी कर ली है । बबली अपने बच्चे को गोद मे लिए गुड़गांव से भागी-भागी दरभंगा पहुंची। जब वो अपने ससुराल पहुंची तो ससुरालियों ने उसे घर में घुसने नही दिया और पहचानने से भी इंकार कर दिया। उसके बाद बबली ने पुलिस की शरण ली। उसने महिला थाने में अमृतेश और उसके परिजनों के खिलाफ महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराया। एफआईआर दर्ज कराने के एक महीने से ज्यादा बीत जाने के बावजूद बबली को न्याय नहीं मिला। बबली अपने डेढ़ साल के बेटे को गोद में लिए दर दर भटकने को मजबूर है। बबली के यहां आने के बाद उसका पति अमृतेश भी फरार हो गया है।
जन्म देने वाले अपने माता-पिता को छोड़कर बबली ने जिस अमृतेश के साथ सात जन्मों का रिस्ता जोड़ा था उस अमृतेश ने महज सात साल में ही उसे पराया कर दिया। अब बबली को पुलिस के अलावा किसी से मदद की उम्मीद नही है। हालांकि मंगलवार को बबली किसी तरह अपने ससुराल में घुसी है।लेकिन उसे घर के अंदर नही जाने दिया गया है ना ही कोई उसे खाना-पानी देता है।

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