
Patna: जीविका दीदी की सफलता से उत्साहित राज्य सरकार ग्रामीण युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा के काबिल बनाने के लिए विद्या दीदी का सहारा लेगी। विद्या दीदी सामुदायिक पुस्तकालय सह करियर विकास केंद्रों का संचालन करेंगी। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने गुरुवार को विधानसभा में यह घोषणा की। पहले चरण में राज्य के 32 जिलों के 100 प्रखंडों में ये केंद्र खुलेंगे। बाद में इनका विस्तार होगा। कुमार ने यह घोषणा विभाग की अनुदान मांग पर सरकारी जवाब के दौरान की। उन्होंने बताया कि सामुदायिक पुस्तकालय सह करियर विकास केंद्र का उद्देश्य विभिन्न शैक्षणिक, उद्यमिता एवं करियर उत्थान की योजनाओं से छात्र-छात्राओं को अवगत कराना है। विद्या दीदी के चयन के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12 वीं पास रखी गई है।
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उम्र सीमा 18 से 40 रखी गई है। मानेदय के रूप में हर महीने छह हजार रुपया दिया जाएगा। शर्त यह भी है कि वह जीविका समूह की सदस्य हों अथवा इस समूह के किसी सदस्य के परिवार की हों। मंत्री ने कहा कि बीच में पढ़ाई छोडऩे वाले बच्चों को स्कूल में वापस लौटाना भी विद्या दीदी की जवाबदेही होगी। वह जवाहर नवोदय विद्यालय, सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय, सैनिक स्कूल, कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं राज्य सरकार की ओर से संचालित अनुसूचित जाति, जनजाति आवासीय विद्यालयों में आवेदन करने वाले बच्चों को आवेदन करने एवं प्रवेश परीक्षा की तैयारी में भी सहयोग करेंगी।