
द इंडिया टॉप, सेंट्रल डेस्क : खबर वैशाली के हाजीपुर ज़िले से हैं जहां हाजीपुर सदर अस्पताल के नवनिर्माण बिल्डिंग को सीमेंट के बदले मिट्टी और गिट्टी मिलकर ढला जा रहा है. जहां करोड़ों की लागत से बनी बिल्डिंग के नए भवन का निर्माण कार्य जोरों शोरों से चल रहा है लेकिन यह बिल्डिंग कितनी टिकाऊ होगी , इसका अंदाजा लगाना बेहद आसान है। इस बिल्डिंग में जहा निर्माण कार्य सीमेंट से होनी चाहिए वहीँ निर्माण कार्य मिटटी और गिट्टी मिलकर पुरे ज़ोरो शोरो से किया जा रहा है. अस्पताल प्रशासन हो या जिला प्रशासन सभी इसे नज़रअंदाज़ कर रहे है है। जहां सरकार के लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं वहीं अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन दोनों चुप्पी साधे हुए है.
मालूम हो कि बिल्डिंग का नवनिर्माण अस्पताल के बीचों-बीच तेज गति से चल रहा है। खबर तब प्रकाश में आयी जब एक पत्रकार उस बिल्डिंग में हो रहे कार्यों को देखने पहुंचा, जब वहां एक काम कर रहे लेबर से उसने पूछा तो उसका बयान चौंकाने वाला था. लेबर ने साफ साफ लहजे में कह दिया कि इस बिल्डिंग में गिट्टी में सीमेंट के बदले मिट्टी मुला कर काम किया जा रहा है, जिसके बाद पत्रकार ने बिल्डिंग में कार्य कर रहे इंजीनियर से बातचीत करना चाहा तो इंजीनियर साहब ने रिश्वत देकर मामले को शांत करने की बात हुए वहां से फरार हो गए।
लेकिन सवाल तो तब उठता है जब बिहार सरकार करोड़ों की लागत से इस नवनिर्माण बिल्डिंग को बनाने का कार्य जोरों शोरों से करने का आदेश दिया है आपको बता दें कि 2 महीने पहले ही इस बिल्डिंग का नीव रखी जा चुकी है, लेकिन यह बिल्डिंग अब भगवान भरोसे हैं कब बिल्डिंग बनेगी और फिर कब आ कर मरीजों की शरीर पर गिरेगी ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा, लेकिन जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन के यूँ मौन होने पर यह सवाल तो खड़ा होता है कि कहीं दोनों प्रशासन की मिलीभगत तो नहीं है।