NIA की टीम आज हैदराबाद से सीधे पटना आएगी. दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार इमरान मलिक और नासिर मलिक को लेकर पटना स्थित NIA कोर्ट में पेश करेगी. पेशी के साथ ही कोर्ट से दोनों का ट्रांजिट रिमांड पर देने की मांग करेगी. NIA की टीम कैराना के सलीम से सख्ती के साथ पूछताछ कर रही है. पूछताछ में सलीम ने कई राज उगले. सलीम के बयान पर कुछ और लोग गिरफ्तार होंगे. पकिस्तान में बैठे दहशतगर्द हिंदुस्तान में तबाही मचाना चाहते थे इसके लिए उन लोगों ने इकबाल काना को संपर्क किया. ISI का हैंडलर इकबाल काना यूपी के शामली का रहने वाला है.
इकबाल ने इसके लिए शामली के सलीम से संपर्क किया और सलीम को पैसे भी भेजे. सलीम ने शामली के रहने वाले और फिलहाल हैदराबाद में कपड़ा कारोबारी नासिर उर्फ नसीम और इमरान को इसके लिए तैयार किया. पाकिस्तान से हवाला के जरिये शामली में मौजूद सलीम को 1 लाख 60 हजार रुपया मिला था. धमाके के बाद करोड़ों रुपये मिलने थे. पाकिस्तान से ISI के हैंडलर ने मोबाइल से हैदराबाद में मौजूद इमरान को लिक्विड बम बनाने का वीडियो भेजा था. उस वीडियो को देखकर बम बनाया गया था.
शामली का रहने वाला सलीम पाकिस्तान गया था जहां पर उसे ISI और लश्कर के लोगों ने कल्टीवेट किया और भारत मे बड़ा आतंकी हमला करने को कहा. सलीम शामली आया और फिर सलीम ने इमरान और नासिर को जो रहने वाले तो शामली के हैं लेकिन कामकाज के लिए हैदराबाद शिफ्ट हो गए थे. इन दोनों को सलीम ने रिक्रूट किया. हैदराबाद में इमरान के मोबाइल नम्बर पर पाकिस्तान से एक वीडियो भेजा गया वीडियो में लिक्विड बम बनाने का तरीका था और पाकिस्तान के हैंडलर ने कहा कि इस तरह बम बनाओ जिसके बाद हैदराबाद में मौजूद इमरान और नासिर ने पार्सल बम बनाया और सिकंदराबाद दरभंगा एक्सप्रेस से पटना भेजने के लिये सिकंदराबाद से दरभंगा के लिये बुक कर दिया. इमरान ने पार्सल बम की फोटो पाकिस्तान के उसी नम्बर पर भेजी और सिग्नल दिया कि काम हो गया.