पश्चिम चंपारण के DM ने देउरवा जहरीली शराब कांड में 16 मौतों की पुष्टि की है। कहा है कि प्राइवेट नर्सिंग होम, अस्पतालों में भी छानबीन कराई जा रही है, ताकि उपरोक्त मामला पाये जाने पर अविलंब कार्रवाई की जा सके। संबंधित गांव में मेडिकल टीम भी भेज दी गई है। मेडिकल कैम्प लगाया गया है, ताकि अगर किसी की तबीयत खराब हो तो तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। आठ और संदिग्ध मृत्यु सामने आई है, जिसमें सबेया ग्राम के भुट्टु मियां (उम्र-30 वर्ष), तेज मोहम्मद (उम्र-65 वर्ष) एवं जवाहिर मियां (उम्र-50 वर्ष), डुमरा गांव के जुलफान मियां (उम्र-38 वर्ष), ग्राम जोगिया के हीरालाल डोम (उम्र-45 वर्ष), बसवरिया गांव के अमिरूल साह (उम्र-28 वर्ष), गबनाहा के इजहारूल अंसारी (उम्र-45 वर्ष) एवं झुन्ना मियां (उम्र-35 वर्ष) के मामले संज्ञान में आए हैं। इसकी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के माध्यम से तत्काल जांच कराई गई। जांच के क्रम में सबेया ग्राम के मृतक भुट्टु मियां (उम्र-30 वर्ष), तेज मोहम्मद (उम्र-65 वर्ष) जवाहिर मियां (उम्र-50 वर्ष) तथा डुमरा गांव के जुलफान मियां (उम्र-38 वर्ष) के परिजनों के द्वारा स्वीकार किया गया कि जहरीली शराब पीने के कारण मृत्यु हुई है। अन्य चार मृतक हीरालाल डोम (उम्र-45 वर्ष) ग्राम जोगिया, बसवरिया के अमिरूल साह (उम्र-28 वर्ष), गबनाहा के इजहारूल अंसारी (उम्र-45 वर्ष) एवं झुन्ना मियां (उम्र-35 वर्ष) के परिजनों के द्वारा शराब की बात नहीं स्वीकारी गई। बीमारी का मेडिकल पुर्जा भी प्रस्तुत नहीं किया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि दो लोगों की मृत्यु बीमारी से होने की संभावना है 14 मृतकों में से चार अन्य मृतकों के परिजन द्वारा जहरीली शराब पीने से मृत्यु होना स्वीकार किया गया। शेष मृतक के परिजनों द्वारा शराब की बात नहीं स्वीकार की गई। लेकिन, ग्रामीणों के द्वारा शराब पीने से तबीयत बिगड़ने के बाद मृत्यु होने की बात बताई गई, जिसका विस्तृत अनुसंधान पुलिस के द्वारा किया जा रहा है। कांड दर्ज करते हुए पांच को हिरासत में भी लिया गया है। वहीं निजी नर्सिंग होम में चिकित्सारत देउरवा ग्राम के मुमजात के भाई द्वारा भी मुमजात के द्वारा शराब के सेवन की बात बतायी गई है। सभी मृतक के शवों का अंतिम संस्कार उनके परिजनों द्वारा पूर्व में ही कर दिया गया है तथा इसकी कोई भी सूचना किसी भी स्तर पर नहीं दी गई है। चंपारण प्रक्षेत्र के DIG ललन मोहन प्रसाद ने कहा है कि केस हुआ है, केस के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में जो भी संलिप्त होगा, चाहे वह पदाधिकारी हो या कर्मी। उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बेतिया के प्रभारी एसपी किरन कुमार जाधव ने कहा कि इलाज करा रहे और भी लोगों की खोज की जा रही है। उनसे पूछताछ की जा रही है। गांवों से भी सबूत जुटाए जा रहे हैं। शराब से संबंधित सामानों की भी छापेमारी में खोज की जा रही है। गुरुवार की देर रात 8 लोगों की मौत की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया था। रात में ही चंपारण रेंज के डीआईजी ललन मोहन प्रसाद, बेतिया डीएम कुंदन कुमार, बगहा एसपी सह बेतिया प्रभारी एसपी किरण कुमार जाधव समेत कई अफसर ने मृतक के गांवों का दौरा किया। हालांकि, मृतकों की जांच रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है। पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म है। शुक्रवार सुबह से ही लौरिया थाना क्षेत्र में कई जगह शराब को लेकर छापेमारी चल रही है। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है। वहीं, डिप्टी सीएम रेणु देवी का कहना है अभी जो मौतें हुई है, वहां सारे अधिकारी जमे हुए हैं। फॉरेंसिंक टीम भी गई है। जब तक जानकारी नहीं लेंगे तो कैसे बताएंगे कि मौत कैसे हुई है। गांव के लोग भी कुछ नहीं कह रहे हैं। वे भी चुप्पी साधे हुए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद खुलासा होगा।