पटना पुलिस का एक और बड़ा कारनामा सामने आया है। अपराधियों से मात खाने पर पुलिस अब आम लोगों पर गुस्सा उतार रही है। पटना के आलमगंज थाने की पुलिस ने बुधवार रात छात्रों पर अपराधियों की तरह डंडे बरसाए हैं। इस घटना में पटना विश्वविद्यालय का एक छात्र घायल हुआ है। छात्र का आरोप है कि पुलिस ने उसके साथ अपराधियों से भी बदतर व्यवहार किया है। दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए छात्र ने कहा है कि पुलिस का यह चेहरा जनता में विश्वास खोने वाला है।
पटना विश्वविद्यालय के दरभंगा हाउस से पॉलिटिकल साइंस से MA की पढ़ाई करने वाले छात्र सागर का कहना है कि वह एक कलाकार और लेखक भी है। वह प्रतिदिन की तरह बुधवार को भी प्रेमचंद रंगलाय से ऑटो से उतरकर अपने घर नया गांव जा रहे थे। इस दौरान उनका एक मित्र मिल गया और वह सड़क पर उससे बात करने लगे। सागर का आरोप है कि इस दौरान 6 से 7 की संख्या में पुलिस वाले आ गए और बिना किसी बात के अपशब्दों का प्रयोग करने लगे। सागर का आरोप है कि जब गाली का विरोध किए तो पुलिस वाले उस पर लाठी डंडे बरसाने लगे। सागर का कहना है कि वह प्रेमचंद रंगासाला से रिहर्सल करके आ रहे थे, स्क्रिप्ट भी दिखाया, लेकिन पुलिस वालों ने एक न सुनी और अपराधियों की तरह पीटा।
पीड़ित छात्र सागर ने कहा कि उनका कसूर क्या था, यह बिना बताए ही पुलिस वाले मारने लगे। पुलिस वालों का कहना था कि रात में अपराधी घूमते हैं। सागर का कहना है कि पुलिस वालों को पहले पूछताछ करनी चाहिए, अपशब्दों का प्रयोग कर लाठी नहीं बरसाना चाहिए। उनका कहना है कि वह एक कलाकार हैं। रंगमंच टीवी व फिल्मों के अभिनेता हैं। प्रेमचंद रंगशाला से गाय घाट वह हर दिन जाते हैं। बुधवार को भी वह रोज की तरह गाय घाट ऑटो से उतरे ताकि वह अपने घर पैदल नया गांव जा सकें। रात लगभग साढ़े 8 बजे ट्रैफिक पुलिस चौकी के पास पुलिस वालों ने उनके साथ यह हरकत की।
पुलिस के अभद्र व्यवहार और पिटाई से सागर काफी दुखी हैं। उनका कहना है कि बिना किसी गलती के ऐसा करना उचित नहीं है। वह इसकी शिकायत आलमगंज थाना की पुलिस को भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सागर के साथ अन्य कलाकारों ने भी पटना पुलिस प्रशासन से दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।